पौड़ी और अदवानी डांडा नागराजा के बीच का लोकेशन। जय हो देवभूमि उत्तराखंड।
पौड़ी और अदवानी डांडा नागराजा के बीच का लोकेशन। जय हो देवभूमि उत्तराखंड।

पौड़ी और अदवानी डांडा नागराजा के बीच का लोकेशन। जय हो देवभूमि उत्तराखंड।
देवभूमि उत्तराखंड के पौड़ी जिले मे स्थित बगड़ गांव का खूबसूरत नजारा
देवभूमि उत्तराखंड के पौड़ी जिले के पाबो ब्लॉक मे स्थित ग्राम सभा ताल का बेहद ही खूबसूरत नजारा।
ग्राम – तोल्यूडांडा, विकासखंड- रिखणीखाल, जनपद- पौड़ी गढ़वाल। यह गांव सीमांत में बसा है जिसमें आज भी 100 से 120 परिवार रहते है और पूरे क्षेत्र में मक्के की खेती के लिए प्रसिद्ध हैं। पलायन रहित गांव।
पौराणिक काल से ही उत्तराखंड राज्य स्थित श्रीनगर का प्राचीन शहर, जो बद्रीनाथ के मार्ग में स्थित है, निरंतर बदलाव के बाद भी अपने अस्तित्व को बचाये रखा है। श्रीपुर या श्रीक्षेत्र उसके बाद नगर के बदलाव सहित श्रीनगर, टिहरी के अस्तित्व में आने से...
बेहद खूबसूरत है मेरा शहर पौड़ी। लेकिन बेहद बदसूरत हो गई है यहाँ की कार्य संस्कृति! यहाँ अब लगभग 95 प्रतिशत किरायेदार रहते हैं और 05 प्रतिशत मकान मालिक। 95 प्रतिशत मकान मालिक अब देहरादून वासी हो गए हैं।
Kotgi Village, Khirsu, Pauri Garhwal
ऐसा कहा जाता है कि सतपुली का नाम इस तथ्य से पड़ा कि कोटद्वार से इसके रास्ते में 7 सात पुल (सात-पुल) हैं। कुछ दशक पहले तक, यह क्षेत्र मुख्य रूप से कृषि भूमि था। धीरे-धीरे, नदी के एक किनारे पर कुछ झोपड़ीनुमा दुकानें खुल...
पौड़ी गढ़वाल, राठ ब्लॉक थलीसैंण पट्टी चोपड़ाकोट के सोबरा गांव निवासी विनोद ढौंडियाल जी ने 2 नाली बंजर भूमि में सेब की खेती की जिसके शानदार परिणाम आपके सामने हैं।
सुबह सबेरे 6:00 बजे अपना पौड़ी। Our Pauri at 6:00 in the morning.