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चण्डीगढ़ की सबसे पुरानी रामलीला गढ़वाल रामलीला सैक्टर – 22 के कलाकारों ने शुरू की रामलीला की रिहर्सल।

चण्डीगढ़ 7 सितंबर।

यहां सितंबर का महीना भी शुरू हुआ वहां रामलीला की रिहर्सल शुरू हो गई हैं। चंडीगढ़ में लगभग 42 जगहों पर रामलीला का मंचन होता है। जिनमें से लगभग आधी रामलीलाओं का मंचन उत्तराखंड समाज के लोगों द्वारा किया जाता हैं। गढ़वाल और कुमाऊं समाज के लोगों में रामलीला मंचन का उत्साह देखते ही बनता है। कुछ लोगो तो महीने भर तक की छुट्टियां लेकर रामलीला मंचन करने आते है।

गढ़वाल रामलीला सैक्टर – 22 के प्रधान श्री विद्या दत्त जी ने बताया कि रामलीला तो 10 दिनों की होती है मगर इसकी तैयारियां 2 महीने पहले से शुरू हो जाती हैं। उन्होने बताया हमारी रामलीला में कुछ कलाकार पिछले कई वर्षों से विभिन्न तरहां के अभिनय निभा रहे हैं। 20 –25 वर्षों से कुछ सदस्य अभिनय निभा रहे हैं। 

यह भी पढ़िये :-  कोट भ्रामरी मंदिर काज्यूली, डंगोली, बागेश्वर, उत्तराखंड। Kot Bhramari Temple Kajyuli, Dangoli, Bageshwar, Uttarakhand.

प्रधान जी ने बताया की रामलीला के मंचन में कम से कम 10 लाख रूपए तक का खर्चा हो जाता है जो की चंदे से और कुछ दानदाताओं द्वारा पूरा किया जाता हे।

प्रधान विद्या दत्त जी ने बताया कि पहले के समय में एक एक रोल को करने के लिए 10–10 कलाकार तैयार रहते थे परन्तु आजकल युवाओं का रूझान कम हुआ है। उन्होंने कहा हमें पूरी उम्मीद है की आने वाले समय में नए कलाकार रामलीला से अवश्य जुड़ेंगे।

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Comments

  1. Lalit Pant says:

    Bahut adhbhud jai shree ram 🚩
    Chandigarh sec 22 ki sabse purani Ramlila hai

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