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क्या है शिवजी के नाग, डमरु, त्रिशूल, त्रिपुंड धरण करने और नंदी की कथा?

शिव जी का त्रिशूल (Trishul of Lord Shiva) भगवान शिव का ध्यान करने मात्र से मन में जो एक छवि उभरती है वो एक वैरागी पुरुष की। इनके एक हाथ में त्रिशूल, दू सरे हाथ में डमरु, गले में सर्प माला, सिर पर त्रिपुंड चंदन...

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कौसानी, जिला बागेश्वर, उत्तराखंड। Kausani, District Bageshwar, Uttarakhand.

हिमालय की वादियों में बसे कौसानी की खूबसूरती आपको दीवाना बना देगी कौसानी उत्तराखंड का एक छोटा-सा गाँव है जो बागेश्वर जिले में आता है। Kausani, District Bageshwar, Uttarakhand.    

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शुगर के मरीज लाल नहीं,काला टमाटर खाइए!

अपने काले टमाटर के बारे में शायद ही सुना होगा। पिछले दो सालों से भारत में इसकी खेती भी शुरू हो गई है। ब्रिटेन के रास्ते भारत पहुंचा यह टमाटर की खेती कमोबेश लाल टमाटर के जैसे ही होती है।यह टमाटर सिर्फ अपने रंग के...

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इसे फालतू खरपतवार (घाँस) समझकर न फेंके। 

अक्सर हम जब पालक की गड्डी खरीदकर लाते हैं तो उसमें धनिया जैसे रंगरूप का एक और साग अक्सर मिला हुआ रहता हैं जिसकी खुशबु बहुत ही तेज होती हैं और हम अक्सर उसे फालतू की चीज़ समझकर फैंक देते हैं। जब कि बहुत से...

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उत्तराखंड के ‘ब्रह्म कमल’ की प्रजातियाँ, विशेषताएं और इतिहास क्या है। ‘Brahma Kamal’ of Uttarakhand.

भारत में Epiphyllum Oxypetalum को भी ‘ब्रह्म कमल’ कहते हैं। उत्तराखंड में इसे कौल पद्म नाम से जानते हैं। उत्तराखंड में ब्रह्म कमल की 24 प्रजातियां मिलती हैं पूरे विश्व में इसकी 210 प्रजातियां पाई जाती है ब्रह्म कमल के खिलने का समय जुलाई से...

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अमेरिका में मड हाउस का प्रचलन शुरू हो गया हैं और हम आधुनिकता की दोड़ में अपनी विरासत को छोड़ रहें हैं। 

अमेरिका में मड हाउस का प्रचलन शुरू हो गया हैं और हम आधुनिकता की दोड़ में इन पुराने घरों का अस्तित्व को छोड़ कर नये घर बना रहे हैं सिर्फ़ दिखावे के लिए फिर गेस्ट को कंडी ले जा कर शान से पुराने घरों को...

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उत्तराखंड में कौंणी अनाज पलायन की मार झेल रहे पहाड़ों में लगभग विलुप्त सी हो गई है।

कंगनी अनाज जिसे हम पहाड़ों में कौणी या कौंणी कहते हैं । यह पहाड़ों की पारंपरिक फसल भी है ।वर्तमान में पलायन की मार झेल रहे पहाड़ो में कौंणी लगभग विलुप्त सी हो गई है। इसका वानस्पतिक नाम Setarika Italics है। यह पोएसी कुल का...

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