Home » Articles posted by Ajay Gour (Page 26)

“पिरूल से टोकरियां” ईशा आर्या नैनीताल की ये बच्ची इंटर कालेज कक्षा नौ की छात्रा ने आकर्षक अंदाज में बना कर सबका दिल जीत लिया है ।

नैनीताल की ये बच्ची इंटर कालेज ल्वेशाल में पढ़ने वाली कक्षा नौ की छात्रा ईशा आर्या है, ईशा आर्या ने पिरूल से टोकरियां बनाई है। पर्यावरण ऐसे बचाया जाता है, हम आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते है।

Continue reading »

हिमाचल प्रदेश की तीर्थन घाटी को हिमाचल का सबसे गुप्त रहस्य कहा जाता है। Tirthan Valley of Himachal Pradesh is called the best kept secret of Himachal.

हिमाचल प्रदेश की तीर्थन घाटी को हिमाचल का सबसे गुप्त रहस्य कहा जाता है। शिमला, मनाली और धर्मशाला की तुलना में यह हिमाचल में कम जाना जाने वाला पर्यटन स्थल है, लेकिन हिमाचल की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। घाटी का नाम तीर्थन...

Continue reading »

गांव में आजकल बैलों की कोई जरूरत नहीं है छोटे ट्रैक्टर टिलर से काम चल रहा है।

गांव में आजकल बैलों की कोई जरूरत नहीं है छोटे ट्रैक्टर टिलर से काम चल रहा है और बहुत अच्छा चल रहा है जो लोग खेती कर रहे हैं और मेहनत से फसलें उगा रहे हैं वो अच्छा अनाज खाते है,साफ पानी पीते हैं और...

Continue reading »

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले का एक शहर है धारचूला। Dharchula is a city in the Pithoragarh district of Uttarakhand.

जो कि चारों ओर से पर्वत चोटियों से घिरा है और बीच से काली नदी बहती है , जो इस क्षेत्र को नदी के दोनों किनारों पर दो शहरों में विभाजित करती है – एक भारत में और दूसरा नेपाल में। काली नदी लिपुलेख दर्रे...

Continue reading »

पहाड़ों के घरों में सादगी और प्रकृति का अनोखा जुड़ाव है।

पहाड़ों के घरों में सादगी और प्रकृति का अनोखा जुड़ाव है। जहां हर दीवार, खिड़की–दरवाजे, दैली (सीढ़ी) पहाड़ी संस्कृति की कहानी बयां करती है। ये घर सिर्फ लकड़ी-पत्थर नहीं, आत्मीयता और परंपराओं का प्रतीक हैं।

Continue reading »

सुरती हिल स्टेशन गुजरात राज्य के सूरत जिले के निकट स्थित एक प्राकृतिक स्वर्ग।

सुरती हिल स्टेशन, गुजरात राज्य के सूरत जिले के निकट स्थित एक अद्भुत हिल स्टेशन है। यह स्थान अपनी ठंडी जलवायु, हरे-भरे पहाड़ों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। सुरती हिल स्टेशन सर्दियों के दौरान खासकर पर्यटकों को आकर्षित करता है, जब यहाँ...

Continue reading »

उत्तराखंड दुगड्डा से पौड़ी मार्ग के गांव एसे सैकड़ों साल पुराने मकान आज भी समय की मार से बचे हुए है। 

“नया नो दिन पुराना सौ दिन” उत्तराखंड दुगड्डा से पौड़ी मार्ग के गांव एसे सैकड़ों साल पुराने मकान आज भी समय की मार से बचे हुए है। 

Continue reading »

तीन मंजिला मकानों की कतारों को कुमाऊं में बाखली कहा जाता है। Rows of three-storey houses are called Bakhli in Kumaon.

छोटे खिड़की-दरवाजों वाले एक से लेकर तीन मंजिला मकानों की कतारों को मेरे कुमाऊं में बाखली कहा जाता है। सबसे नीचे का तल मवेशियों को बाँधने और उनके लिए चारा वगैरह सम्हालने के काम में लाया जाता है। इसे गोठ कहते हैं. हर घर के...

Continue reading »