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सतपुली और गुमखाल के बीच पहाड़ी दाल का बोर्ड जहां दिखाई दे तो थोड़ी दाल जरूर खरीदें स्वरोजगार को बढ़ाएं।

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सतपुली और गुमखाल के बीच पहाड़ी दाल का बोर्ड आपको दिखाई देगा। वहां पर आपको गांव का मंडवा ,झंगोरा ,कोदू , तिल ,जख्या ,भट्ट, रयांस, छीमी, गैहत की दाले मिल जाएगी। थोड़ा-थोड़ा लेकर जाना गांव की याद आएगी तो बना कर खाना। इससे गांव वालों को स्वरोजगार भी मिलेगा और आपको खाने के लिए पहाड़ी दाल। 

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नमस्कार दोस्तों ! 🙏 में अजय गौड़ 🙋 (ऐड्मिन मेरुमुलुक.कॉम) आपका हार्दिक स्वागत 🙏 करता हूँ हमारे इस अनलाइन पहाड़ी 🗻पोर्टल💻पर। इस वेब पोर्टल को बनाने का मुख्य उद्देश्य 🧏🏼‍♀️ अपने गढ़ समाज को एक साथ जोड़ना 🫶🏽 तथा सभी गढ़ वासियों चाहे वह उत्तराखंड 🏔 मे रह रहा हो या परदेस 🌉 मे रह रहा हो सभी के विचारों और प्रश्नों/उत्तरों 🌀को एक दूसरे तक पहुचना 📶 और अपने गढ़वाली और कुमाऊनी संस्कृति 🕉 को बढ़ाना है।

Comments

  1. Dham Singh Negi says:

    Bahut accha hai
    Mai poora support karta hun aapka jinhone jo aise vichar rakhta hai,apne pahadon kabhi mat bhulo koi jahan bhi raho magar apni Sanskriti ko mat bhulo.
    Jai dev bhumi uttrakhand

    1. Ajay Gour says:

      धन्यवाद धाम सिंह नेगी जी जो आपने हमारी पोस्ट पढ़ी और हमारे विचारों को सराहा। कृपया हमारे फैसबुक ग्रुप मे भी आयें।

      https://www.facebook.com/groups/2740815166067674

      टीम

      मेरुमुलुक.कॉम

  2. Dayadhar Sharma says:

    बहुत अच्छी जानकारी है।

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